केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को आतंकवादियों ने घूमने आए पर्यटकों पर हमला कर दिया. बैसरन घाटी में हुए इस आतंकी हमले में कई लोगों की मौत हो गई. मृतकों में यूपी, गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु और ओडिशा के पर्यटक शामिल थे. इसके साथ ही नेपाल और संयुक्त अरब अमीरात के एक-एक टूरिस्ट और 2 स्थानीय लोग भी मारे गए हैं. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो आतंकियों ने गोली मारने से पहले पर्यटकों का नाम पूछा और उनसे कलमा भी पढ़वाया. जो हिन्दू निकले और कलमा नहीं पढ़ सके. उन्हें गोली मार दी. हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा के विंग द रजिस्टेंस फ्रंट यानी TRF ने ली है. फायरिंग करने के बाद आतंकी वहां भाग निकले.
पहलगाम अटैक के बाद सेना ने आतंकियों को पकड़ने के लिए बड़े पैमाने पर सर्च ऑपरेशन चलाया हुआ है. कई शहरों को हाई अलर्ट जारी रखा गया है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने श्रीनगर में आतंकी हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी है. वहीं दो दिवसीय सऊदी अरब की यात्रा पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बीच में दौरा छोड़ वापस स्वदेश लौट आए हैं. उन्होंने विदेश मंत्री एस. जयशंकर औऱ राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहाकार अजीत डोभाल के साथ हाईलेवल मीटिंग की है. जम्मू-कश्मीर में पुलवामा आतंकी हमले के बाद यह सबसे बड़ा आतंकी हमला है. हम यहां पिछले 10 सालों में जम्मू-कश्मीर में हुए बड़े आतंकी हमलों को बता रहे हैं.
1. 16 सितंबर 2015- JK के उधमपुर जिले में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों ने जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर सीमा सुरक्षा बल (BSF) के काफिले पर हमला किया था. इसमें 2 जवान बलिदान हो गए थे. और 11 घायल हो गए थे. जिसके बाद कार्रवाई करते हुए सुरक्षाबलों ने एक आतंकी नावेद को जिंदा पकड़ा था.
2. 18 सिंतबर 2016- उरी स्थित सेना के ब्रिगेड मुख्यालय पर आतंकवादियों ने हमला किया था. इस आंतकी हमले की जिम्मेदारी जैश-ए-मोहम्मद आतंकी संगठन ने ली थी. इसमें भारतीय सेना के 19 जवान बलिदान हो गए और 30 से ज्यादा सैनिक घायल हुए थे. जिसके बाद भारत के जवानों ने शौर्य और पराक्रम दिखाकर पीओके में सर्जिकल स्ट्राइक की थी. पहली बार भारत ने बड़े स्तर पर आतंकियों को उसी की भाषा में जवाब दिया था.
3. 10 जुलाई 2017- अमरनाथ यात्रियों की बस को आतंकवादियों ने निशाना बनाया था. इस हमले में 8 तीर्थयात्रियों की मौत हो गई थी. जबकि दर्जनों लोग घायल हो गए थे. इस हमने की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा ने ली थी. इसके बाद अलग-अलग ऑपरेशन में भारतीय सुरक्षाबलों ने आतंकियों को ढेर किया था.
4. 10 फरवरी 2018– आतंकियों ने सुंजवान मिलिट्री स्टेशन पर आतंकी हमला किया था. मीडिया रिपोट्स के अनुसार, इस हमले में 3 जवान बलिदान हो गए थे और एक स्थानीय नागरिक का भी मौत हो गई थी. आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब देते हुए भारतीय सुरक्षाबलों ने 3 आतंकवादियों को मार गिराया था.
5. 14 फरवरी 2019- जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों ने CRPF के काफिले पर विस्फोटक से भरी गाडी से हमला किया. इस आत्मघाती हमले में हमारे 40 जवान बलिदान हो गए थे. जिसके बाद पूरे देश में आतंकवादियों और उसे पनाह देने वाले पाकिस्तान के खिलाफ गुस्सा फूटा था. खुद प्रधानमंत्री मोदी ने आतंक के आकाओं को कीमत चुकाने की चेतावनी दी थी. जिसके बाद भारत के वीरों ने इंटरनेशनल बॉर्डर पार कर बालाकोट में एयरस्ट्राइक कर आतंकवादियों को मार गिराया.
6. 9 जून 2024- रियासी में आंतकवादियों ने शिव खोरी मंदिर से लौट रहे तीर्थयात्रियों की बस को निशाना बनाया. जिसके बाद बस खाई में गिर गई. इस आतंकी हमले में 9 लोग मारे गए थए और 33 लोग घायल हुए थे.
7. 8 जुलाई 2024- कठुआ में आतंकियों ने सेना के वाहनों पर ग्रेनेड और गोलीबारी से हमला किया. हमला किया. हमले में 5 सैनिक बलिदान हो गए और 5 लोग घायल गए.
8. 16 जुलाई 2024- डोडा के डेसा जंगल में आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ हुई. इस हमले में 4 सैनिक और 1 पुलिसकर्मी शहीद हुआ. सरकार ने 2020 में डोडा को आतंक-मुक्त घोषित किया गया था.
9. 20 अक्टूबर 2024- गांदरबल में एक निर्माण स्थल पर आंतकियों ने हमला किया. जिसमें गैर-स्थानीय मजदूर और एक स्थानीय डॉक्टर को निशाना बनाया गया. इसमें कुल 7 लोग मारे गए थे. बता दें जम्मू-कश्मीर के विधानसभा चुनाव के बाद यह हमला हुआ था.
10. 24 अक्टूबर 2024- बारामूला में गुलमर्ग के पास सेना के वाहन पर आतंकियों ने हमला किया. इसमें 2 सेना के 2 जवान और 2 नागरिक (पोर्टर) मारे गए, कई घायल भी हुए. यह हमला टूरिस्ट इलाके में हुआ था.