जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बलों ने पिछले एक दशक में आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई में महत्वपूर्ण सफलता हासिल की है. सुरक्षाबलों ने इस दौपरान में नए तरीकों और तकनीकों का इस्तेमाल किया. जिससे उन्हें आतंकवादियों को ढूंढने और मारने में मदद मिली है. सुरक्षा बलों ने स्थानीय लोगों के साथ भी अच्छे संबंध बनाने की कोशिश की है, जिससे उन्हें आतंकवादियों के खिलाफ लड़ाई में कामयाबी मिल रही है. आईए जानते हैं पिछले 10 वर्ष (2014-2024) तक कितने आतंकवादियों का सफाया हुआ.
जम्मू-कश्मीर में 2014 से 2024 के अंत तक आतंकवाद के खिलाफ सुरक्षा बलों द्वारा की गई कार्रवाइयों में कुल 1,878 आतंकवादी मारे गए हैं.
वार्षिक आंकड़े: (2014-2024)
2014: 104 आतंकवादी मारे गए.
2015: 97 आतंकवादी मारे गए.
2016: 140 आतंकवादी मारे गए.
2017: 210 आतंकवादी मारे गए.
2018: 257 आतंकवादी मारे गए.
2019: 157 आतंकवादी मारे गए.
2020: 221 आतंकवादी मारे गए.
2021: 180 आतंकवादी मारे गए.
2022: 187 आतंकवादी मारे गए.
2023: 76 आतंकवादी मारे गए, जिनमें से 55 विदेशी थे.
2024: 75 आतंकवादी मारे गए, जिनमें से अधिकांश पाकिस्तानी थे.
(Source: South Asia Terrorism Portal (SATP))
इन आंकड़ों से साफ है कि जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ सुरक्षा बलों की कार्रवाई लगातार जारी है, जिससे आतंकवादी गतिविधियों में कमी आई है. हालांकि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई अभी भी एक बड़ी चुनौती है. आतंकवादी अभी भी सक्रिय हैं और वे सुरक्षा बलों पर हमले करते रहते हैं. सुरक्षा बलों को अभी भी आतंकवादियों के खिलाफ अपनी कार्रवाई जारी रखनी होगी और उन्हें नए तरीकों और तकनीकों का उपयोग लगातार करते रहना होगा जिससे इस लड़ाई को अंजाम तक पहुंचाया जा सके.