रांची: भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने हेमंत सोरेन सरकार पर निशाना साधा है. मरांडी ने शुक्रवार को सोशल मीडिया एक्स पर कहा है कि चुनाव जीतने के लिए जिन्होंने 10 लाख सरकारी नौकरियां देने का वादा किया था, वे चुनाव से पहले हो चुकी जेपीएससी और जेएसएससी की परीक्षाओं का परिणाम तक नहीं दे पा रहे हैं. जेपीएससी ने सिविल सेवा के 342 पदों के लिए 2023 में वैकेंसी निकाली थी. पिछले साल मुख्य परीक्षा करवाई गई, जिसका परिणाम अभी तक नहीं आया है.
उन्होंने वहीं जेपीएससी सीजीएल परीक्षा का परिणाम तो पहले ही भ्रष्टाचार के आरोपों की वजह से लंबित है. जेएसएससी की सहायक आचार्य के 26,001 पदों पर नियुक्ति की परीक्षा भी हो चुकी है, लेकिन रिजल्ट का कोई अता-पता नहीं है. यही हाल महिला पर्यवेक्षकों की नियुक्ति परीक्षा का भी है. पहले जेपीएससी अध्यक्ष के पद को खाली रखा गया और फिर जब नियुक्ति भी हुई तो ऐसे की – जिनको अवकाश से फुर्सत ही नहीं.
उन्होंने कहा कि जेएसएससी का हाल इससे भी खराब है, वहां अध्यक्ष की जगह जो प्रभारी बनाये गये वे भी छुट्टी पर हैं. परिणाम में देरी के कारण हजारों अभ्यर्थियों का वर्तमान खराब हो रहा है, भविष्य गर्त में जा रहा है, लेकिन हेमंत सरकार को अभ्यर्थियों के वर्तमान, भविष्य से क्या ही मतलब, उन्होंने तो कसम खा ली है कि रोजगार को लेकर बात अब अगले चुनावी मौसम में ही होगी.
हिन्दुस्थान समाचार