रांची: झारखंड की राजधानी रांची से सटे पिठौरिया के हेठबालू गांव में 1 अप्रैल को सरना जनजातीय समुदाय के पवित्र सरहुल उत्सव के दौरान इस्लामी कट्टरपंथियों ने उन पर हमला कर दिया था. इसमें कई लोग घायल हुए, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया. इस घटना के बाद जनजातीय लोगों ने रांची-पतरातू रोड जाम कर दिया और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की.
महिलाओं पर हमला और दुर्व्यवहार के आरोप
इस घटना से जुड़ी हुई एक वीडियो सामने आई है, जिनमें महिलाओं ने छेड़छाड़, लाठी-डंडों से मारपीट और बंदूक दिखाकर धमकाने के आरोप लगाए हैं. एक नाबालिग लड़की ने अपने शरीर पर चोट के निशान दिखाते हुए कहा कि 5 रजिया खातून और उसके साथियों ने मिलकर मारा.
सरना पूजा के झंडे को उखाड़कर फेंका
सरना समुदाय की महिलाओं ने आगे कहा कि उन्होंने सरना पूजा के लिए झंडे लगाए थे, जिसे रजिया खातून और उसके सहयोगियों ने उखाड़कर फेंक दिया और धमकी दी कि तुम लोगों को अब यहां नहीं रहना है.
आरोप ये भी है कि इस्लामी कट्टरपंथियों ने बच्चों और बुजुर्गों को भी नहीं छोड़ा. बताया गया कि रजिया खातून ने हमलावरों को लाठी-डंडे और हथियार दिए. आसिफ अंसारी नामक व्यक्ति ने बंदूक तानकर गोली मारने की धमकी दी.
इस घटना के विरोध में जनजातियों ने रांची-पतरातू रोड को बंद कर दिया. साथ ही पिठौरिया बाजार की सभी दुकानों को भी बंद करा दिया. आक्रोशितों ने जल्द से जल्द हमलावरों की गिरफ्तार करने की मांग की है. पु्लिस ने इस मामले में अब तक दो आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है. लोगों का कहना है जब तक सभी आरोपितों को गिरफ्तारी नहीं हो जाती तब तक ये प्रदर्शन जारी रहेगा.