26 फरवरी को महाकुंभ 2025 का समापन होने जा रहा है, और इसी के साथ श्रद्धालुओं की देहाती त्रिवेणी में डुबकी लगाने की आस्था चरम पर पहुंच गई है। बड़ी संख्या में लोग प्रयागराज की ओर प्रस्थान कर रहे हैं, जिससे रेलवे स्टेशनों पर भारी भीड़ देखने को मिल रही है.
पिछले शनिवार को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई भगदड़ में 18 यात्रियों की मौत के बाद झारखंड प्रशासन पूरी तरह सतर्क हो गया है. महाकुंभ के समापन को देखते हुए रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों की भीड़ को नियंत्रित करने और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं.
सोमवार को एडीजी अभियान संजय आनंदराव लाटकर ने सभी जिलों के डीसी, एसपी और राज्य के आला अधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक की. झारखंड प्रशासन ने डीएसपी रैंक के अधिकारियों और मजिस्ट्रेट की तैनाती का फैसला लिया है. झारखंड के सभी प्रमुख रेलवे स्टेशनों, जहां महाकुंभ को लेकर भारी भीड़ हो रही है, वहां डीएसपी रैंक के एक अधिकारी और एक मजिस्ट्रेट की तैनाती सुनिश्चित की जाएगी.
बैठक के दौरान एडीजी अभियान संजय आनंदराव लाटकर ने जिला पुलिस कंट्रोल रूम और स्थानीय रेलवे स्टेशन कंट्रोल रूम के बीच आपसी समन्वय स्थापित करने के निर्देश दिए. बैठक में एडीजी ने आदेश दिया कि रेलवे स्टेशन कंट्रोल रूम से जुड़कर जिला पुलिस कंट्रोल रूम को महत्वपूर्ण ट्रेनों की पूरी जानकारी दी जाए. इसमें खासतौर पर वे ट्रेनें शामिल होंगी जो प्रयागराज या बनारस की ओर जा रही हैं या वहां से लौट रही हैं.
इसी क्रम में प्रभारी अधिकारी और दंडाधिकारी के मोबाइल एवं व्हाट्सएप नंबर रेलवे और जिला पुलिस कंट्रोल रूम में उपलब्ध कराए जाएंगे. इस निर्णय का मुख्य उद्देश्य आपसी समन्वय को मजबूत बनाना और किसी भी आपातकालीन स्थिति में त्वरित सहायता उपलब्ध कराना है.
मुख्य दिशा निर्देश
सुरक्षाबल की तैनाती: सभी रेलवे स्टेशन में प्रवेश करने वाले द्वारों पर जीआरपी/आरपीएफ के साथ पर्याप्त संख्या में सुरक्षाबल तैनात किए जाएंगे.
अनावश्यक प्रवेश पर रोक: स्टेशन पर पीक आवर (व्यस्त समय) के दौरान अनावश्यक लोग या बिना टिकट के लोग स्टेशन में प्रवेश न करें.
प्रवेश और निकास की व्यवस्था: स्टेशन में प्रवेश और निकास वाले सभी भागों को चिन्हित किया जाएगा, ताकि आवश्यकता पड़ने पर इन स्थानों का प्रयोग भीड़ को नियंत्रित करने में किया जा सके.
सीसीटीवी कवरेज: प्रतिनियुक्त पदाधिकारी यह सुनिश्चित करेंगे कि रेलवे स्टेशन पर पर्याप्त सीसीटीवी कवरेज हो. यदि यह मौजूद है, तो जीआरपी/आरपीएफ के साथ मिलकर भीड़ वाले स्थानों पर नजर रखी जाएगी, ताकि किसी अप्रिय घटना की स्थिति में त्वरित कार्रवाई की जा सके.
ट्रेनों की रद्दीकरण जानकारी: रेलवे से समन्वय स्थापित कर यह जानकारी रखी जाएगी कि कौन सी ट्रेन रद्द है और यदि किसी कारणवश कोई ट्रेन रद्द की जाती है तो उसकी सूचना यात्रियों तक पहुँचाई जाएगी.
फुट ओवर ब्रिज पर ध्यान: फुट ओवर ब्रीज पर विशेष ध्यान दिया जाएगा, ताकि एक साथ ज्यादा भीड़ इकट्ठा न हो सके. भीड़-भाड़ के कारण भगदड़ की स्थिति उत्पन्न हो सकती है.
आपातकालीन सेवाएं: आपातकालीन स्थिति में स्टेशन पर एक एम्बुलेंस और पारामेडिक्स स्टाफ तैनात किया जाएगा. साथ ही स्थानीय पुलिसकर्मी के पास प्राथमिक उपचार किट उपलब्ध रहेगा. उपायुक्त अपने स्तर से डॉक्टर की प्रतिनियुक्ति करेंगे.
भीड़ की सूचना का संकलन: प्रयागराज महाकुंभ के मद्देनजर आने वाली भीड़ की संख्या का पूर्व में अनुमान और सूचना संकलन किया जाएगा ताकि अगर स्टेशन पर भीड़ बढ़ जाए तो सड़क मार्ग की वैकल्पिक व्यवस्था सुनिश्चित की जा सके.