Tuesday, July 8, 2025
No Result
View All Result
Jago Jharkhand

Latest News

नक्सलवाद से उभरता झारखंड: कितने नक्सली ढेर हुए, कितनों ने किया आत्मसमर्पण?

झारखंड में फिर से क्यों उठ रही ‘सरना कोड’ की मांग? जानें इसके पिछे की पूरी कहानी

चाईबासा में सर्च ऑपरेशन के दौरान IED ब्लास्ट, एक जवान घायल

विराट कोहली ने टेस्ट मैट से लिया सन्यास, इंस्टाग्राम पर फैंस पर दी जानकारी

ऑपरेशन सिंदूर से सीजफायर तक, भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच अब तक क्या-क्या हुआ?

  • राष्ट्रीय
  • प्रदेश
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • वीडियो
    • Special Updates
    • Rashifal
    • Entertainment
    • Business
    • Legal
    • History
    • Viral Videos
  • राजनीति
  • व्यवसाय
  • मनोरंजन
  • खेल
  • Opinion
    • लाइफस्टाइल
Jago Jharkhand
  • राष्ट्रीय
  • प्रदेश
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • वीडियो
    • Special Updates
    • Rashifal
    • Entertainment
    • Business
    • Legal
    • History
    • Viral Videos
  • राजनीति
  • व्यवसाय
  • मनोरंजन
  • खेल
  • Opinion
    • लाइफस्टाइल
No Result
View All Result
Jago Jharkhand
No Result
View All Result

Latest News

नक्सलवाद से उभरता झारखंड: कितने नक्सली ढेर हुए, कितनों ने किया आत्मसमर्पण?

झारखंड में फिर से क्यों उठ रही ‘सरना कोड’ की मांग? जानें इसके पिछे की पूरी कहानी

चाईबासा में सर्च ऑपरेशन के दौरान IED ब्लास्ट, एक जवान घायल

विराट कोहली ने टेस्ट मैट से लिया सन्यास, इंस्टाग्राम पर फैंस पर दी जानकारी

ऑपरेशन सिंदूर से सीजफायर तक, भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच अब तक क्या-क्या हुआ?

  • राष्ट्रीय
  • प्रदेश
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • वीडियो
  • राजनीति
  • व्यवसाय
  • मनोरंजन
  • खेल
  • Opinion
  • लाइफस्टाइल
Home प्रदेश

Year Ender 2024: खूंटी में बीते वर्ष सड़क हादसों में 123 ने गंवाई जान

जिले में वर्ष 2024 में हुई सड़क दुर्घटनाओं के आंकड़ों ने एक ओर जहां प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है, वहीं समाज के लिए भी ये आंकड़े डरावने लगने लगे है। बीते वर्ष खूंटी जिले में 123 लोगों ने वाहन दुर्घटना में जान गंवाई है। जिले में जितनी मौतें हार्ट अटैक या अन्य घातक बीमारियों से नहीं होती, उससे कहीं अधिक मौतें सड़क हादसों में हो रही है।

News Desk by News Desk
Jan 3, 2025, 01:49 pm GMT+0530
FacebookTwitterWhatsAppTelegram

खूंटी: जिले में वर्ष 2024 में हुई सड़क दुर्घटनाओं के आंकड़ों ने एक ओर जहां प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है, वहीं समाज के लिए भी ये आंकड़े डरावने लगने लगे है। बीते वर्ष खूंटी जिले में 123 लोगों ने वाहन दुर्घटना में जान गंवाई है। जिले में जितनी मौतें हार्ट अटैक या अन्य घातक बीमारियों से नहीं होती, उससे कहीं अधिक मौतें सड़क हादसों में हो रही है।

सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए जिला स्तर पर सड़क सुरक्षा समिति का गठन भी किया गया है। हर बार बैठक में सड़क हादसों को रोकने के उपायों पर चर्चा होती है और कुछ कार्य भी किये जाते हैं लेकिन हादसों का आंकड़ा घटने का नाम नहीं ले रहा है।

नशा पान और बिला हेलमेट चलना सबसे बड़ा कारण

खूंटी जिले में सड़क हादसों में मरने वालों में सबसे अधिक संख्या दो पहिया वाहन सवारों की है। समाज के अधिकतर लोगों का मानना है कि शराब का सेवन कर और बिना हेलमेट के दो पहिया वाहन और बिना सीट बेल्ट के चार पहिया वाहन चलाना हादसों में मौत का सबसे बड़ा कारण है। लोग अधिकतर शराब पीकर वाहन चलाते हैं और नियंत्रण खो देते हैं। इसको लेकर पुलिस समय-समय पर अभियान भी चलाती है। पुलिस बेथ एनालाइजर से वाहन चालकों की जांच करती है और शराब पीकर वाहन चलाते पकड़े जाने पर कार्रवाई भी की जाती है लेकिन इसका कोई खास प्रभाव दिखता नहीं है।

इसके अलावा सड़कों पर बने बड़े-बड़े गड्ढे भी सड़क हादसों का दावत देते हैं। अचानक ब्रेक लगाने के चक्कर में वाहन अनियंत्रित हो जाता है। साथ ही आधे-अधूरे सड़क निर्माण, यातायात नियमों का उल्लंघन, गलत पार्किंग, सार्वजनिक सुरक्षा के लिए चिंता का विषय बनते जा रहे हैं। तोरपा के रहने वाले सेवानिवृत्त शिकक्षक पंचम साहू कहते हैं कि सड़क हादसों का सबसे बड़ा कारण शराब, गांजा और भांग जैसे नशीले पदार्थों का सेवन कर वाहन चलाना है। उन्होंने कहा कि इस तरह की शिकायतें अक्सर युवाओं में है। उन्होंने कहा कि अभिभावकों को भी इस ओर ध्यान देना चाहिए। भाजपा नेता संतोष जायसवाल ने कहा कि नशापान कर और बिना हेलमेट के वाहन चलाने वालों पर पुलिस कड़ाई करे, तो हादसों में काफी कमी आ सकती है।

53 लोगों ने की खुदकुशी

जिले में खुदकुशी के आंकड़े भी डराने लगे हैं। बीते वर्ष जिले में 53 लोगों ने आत्महत्या कर ली। इनमें सबसे अधिक संख्या युवाओं की है। सामाजिक कार्यकर्ता काशीनाथ महतो कहते हैं कि खूंटी जिले में एक वर्ष में 53 लोगों की आत्महत्या के आंकड़े चिंताजनक हैं। उन्होंने कहा कि खुदकुशी के पीछे कई जटिल कारण हैं। इनमें मानसिक स्वास्थ्य, शेक्षणिक दबाव, सामाजिक-आर्थिक समस्याएं, नशापान और घरेलू हिंसा आदि प्रमुख हैं। परीक्षा में सफलता का अधिक दबाव छात्र-छात्राओं को आत्महत्या की प्रवृत्ति को ढकेलता है।

खूंटी के सिविल सर्जन डॉ नागेश्वर मांझी कहते हैं कि गरीबी, बेरोजगारी, सामाजिक भेदभाव, पारिवारिक तनाव और परीक्षा का दबाव के अलावा युवाओं के बीच इंटरनेट के उपोग में हो रही उल्लेखनीय वृद्धि भी खुदकुशी के कारण बन रहे हैं।

हाथियों ने ली छह की जान

खूंटी जिले में जंगली हााथियों का आतंक कोई नई बात नहीं है। पिछले चार-पांच दशकों से जिले के कर्रा, तोरपा, रनिया, मुरहू आदि प्रखंड में गजराजों के आतंक जारी है। बीते वर्ष हाथियों ने छह लोगों को कुचलकर मार डाला।

डूबने से 41 मौतें

जिले में कुआं, तालाब, डोभा और नदी आदि में डूबने से पिछले वर्ष 41 लोगों की जान चली गई।

हिन्दुस्थान समाचार

Tags: KhuntiKhunti Road AccidentTOP NEWS
ShareTweetSendShare

RelatedNews

सरना धर्म कोड की मांग
Latest News

झारखंड में फिर से क्यों उठ रही ‘सरना कोड’ की मांग? जानें इसके पिछे की पूरी कहानी

चाईबासा में आईईडी विस्फोट में एक जवान घायल
Latest News

चाईबासा में सर्च ऑपरेशन के दौरान IED ब्लास्ट, एक जवान घायल

झारखंड में ED का बड़ा एक्शन
Latest News

GST घोटाला मामले पर ED की बड़ी कार्रवाई, झारखंड और कोलकाता के 9 ठिकानों पर मारी रेड

लातेहार में दो बड़ी नक्सली हमले
Latest News

लातेहार में बढ़ीं नक्सल गतिविधियां, राज्य में नक्सलवाद की स्थिति

लातेहार में नक्सलियों का उत्पात
Latest News

लातेहार में नक्सलियों का तांडव, आठ गाड़ियों में लगाई आग

Latest News

झारखंड में कमजोर पड़ता जा रहा नक्सलवाद का नेटवर्क

नक्सलवाद से उभरता झारखंड: कितने नक्सली ढेर हुए, कितनों ने किया आत्मसमर्पण?

सरना धर्म कोड की मांग

झारखंड में फिर से क्यों उठ रही ‘सरना कोड’ की मांग? जानें इसके पिछे की पूरी कहानी

चाईबासा में आईईडी विस्फोट में एक जवान घायल

चाईबासा में सर्च ऑपरेशन के दौरान IED ब्लास्ट, एक जवान घायल

विराट कोहली ने टेस्ट मैच से लिया सिलन्यास

विराट कोहली ने टेस्ट मैट से लिया सन्यास, इंस्टाग्राम पर फैंस पर दी जानकारी

भारत-पाकिस्तान तनाव

ऑपरेशन सिंदूर से सीजफायर तक, भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच अब तक क्या-क्या हुआ?

डायमंड लीग में पहली बार होगी भारत की एंट्री

Doha Diamond League: डायमंड लीग में पहली बार भारत के 4 भारतीय एथलीट्स की होगी एंट्री

ग्लोबल मार्केट से पॉजिटिव संकेत

Global Market: ग्लोबल मार्केट से पॉजिटिव संकेत, एशिया में भी तेजी का रुख

यूपी डिफेंस कॉरिडोर

क्या है यूपी डिफेंस कॉरिडोर? कैसे रक्षा के क्षेत्र में बन रहा आत्मनिर्भर भारत का मजबूत स्तंभ?

PM Narendra Modi

PM मोदी की 24 घंटे में दूसरी हाई-लेवल बैठक, सेना प्रमुखों संग बनाई आगे की रणनीति

भारत के विदेश सचिव ने फिर पाकिस्तान को किया पर्दाफाश

‘झूठा है पाक, नागरिक विमानों की आड़ में रच रहा साजिश.., भारत ने फिर पाकिस्तान किया पर्दाफाश

  • Home
  • About Us
  • Contact Us
  • Privacy Policy
  • Terms & Conditions
  • Disclaimer
  • Sitemap

Copyright © Jago-Jharkhand, 2024 - All Rights Reserved.

No Result
View All Result
  • राष्ट्रीय
  • प्रदेश
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • वीडियो
  • राजनीति
  • व्यवसाय
  • मनोरंजन
  • खेल
  • Opinion
    • लाइफस्टाइल
  • About & Policies
    • About Us
    • Contact Us
    • Privacy Policy
    • Terms & Conditions
    • Disclaimer
    • Sitemap

Copyright © Jago-Jharkhand, 2024 - All Rights Reserved.