रांची: भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने छठे विधानसभा के प्रथम सत्र के समापन के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए हेमंत सरकार पर जमकर निशाना साधा.
मरांडी ने गुरुवार को कहा कि राज्य सरकार की कथनी और करनी में जमीन आसमान का अंतर है. इनकी घोषणा चुनाव के दौरान कुछ और थीं जबकि अब सत्ता पाने के बाद कुछ और हो गईं. उन्होंने कहा कि वोट पाने के लिए बढ़चढ़कर वादे किए लेकिन अब व्यवहार में कुछ और हो रहा है.
उन्होंने कहा कि 18से 50वर्ष की सभी महिलाओं को महिला योजना का लाभ देने की बात करने वाली सरकार अब वादों से मुकर रही है. अब तो महिलाओं से पैसे वापस लेने के लिए पदाधिकारी पत्र जारी कर रहे हैं. उन्होंने कहा सत्ता के बाद नीति में इतना बड़ा यू टर्न राज्य की जनता ने पहले कभी नहीं देखा.
मरांडी ने कहा कि मईयां योजना की तरह राज्य सरकार ने किसानों को भी धोखा दिया है. राज्य सरकार ने चुनाव पूर्व घोषणा किया था कि किसानों से धान की खरीदी 3200 रुपये प्रति क्विंटल होगी जबकि सरकार ने मात्र 2400 रुपये प्रति क्विंटल खरीद का निर्णय लिया है. वह भी 15 दिसंबर के बाद. पता नहीं यह भी लागू होगा या नहीं. उन्होंने बालू की किल्लत पर कहा कि यह पिछले टर्म से ही होता चला आ रहा है. सरकार जान बुझकर ऐसा करवा रही है. उन्होंने प्रधानमंत्री आवास,अबुआ आवास के लिए मुफ्त बालू उपलब्ध कराए जाने का राज्य सरकार से आग्रह किया.
मरांडी ने सीजीएल परीक्षा में हुई धांधली की जांच सीबीआई से कराए जाने की मांग को दोहराते हुए युवाओं को न्याय दिलाने की बात कही. विधानसभा सभा में गुरुवार को हेमलाल मुर्मू के जरिये दिए गए आपत्तिजनक बयान पर मरांडी ने कहा कि जिसकी जैसी वृति होती है उसके शब्द भी वैसे ही होते हैं. उन्होंने कहा कि इतने वरिष्ठ सदस्य से इस प्रकार की भाषा की उम्मीद नहीं. हेमलाल के शब्दों में उनके सोच का प्रकटीकरण हुआ है.
हिन्दुस्थान समाचार