मनीला: फिलीपींस के कनलाओन ज्वालामुखी फटने से नेग्रोस द्वीप समूह के हजारों लोग प्रभावित हुए हैं. वैज्ञानिकों ने कनलाओन ज्वालामुखी के छह किलोमीटर दायरे में रह रहे लगभग 54 हजार लोगों को फौरन अन्यत्र चले जाने को कहा है. सोमवार अपराह्न 3:03 बजे इस ज्वालामुखी के शिखर पर शक्तिशाली विस्फोट होने से यह नौबत आई. पलक झपकते ही राख का गुबार 3,000 मीटर ऊपर उठ गया. यह राख का गुबार पश्चिम और दक्षिण पश्चिम दिशा पर फैल गया.
फिलीपीन इंस्टीट्यूट ऑफ वोल्केनोलॉजी एंड सीस्मोलॉजी के प्रमुख टेरेसिटो बैकोलकोल ने सोमवार को प्रेस ब्रीफिंग में कहा कि खतरा अभी टला नहीं है. इसमें दोबारा और शक्तिशाली विस्फोट हो सकता है. फिवोलक्स ने कहा कि ज्वालामुखी के शिखर से छह किलोमीटर के क्षेत्र को फौरन खाली करा लेना चाहिए. यहां के लोगों को तुरंत सुरक्षित निकालना होगा. अगर बरसात होती है तो स्थिति और खराब हो जाएगी. उन्होंने कहा कि इससे पहले यह ज्वालामुखी इसी साल 3 जून को फटा था. तब भी लोगों को सचेत करते हुए एहतियाती कदम उठाने के लिए कहा गया था.
फिलस्टार ग्लोबल समाचार पत्र के अनुसार स्वास्थ्य विभाग ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि ज्वालामुखी की राख श्वसन संबंधी बीमारियों को जन्म दे सकती है. इससे सबसे ज्यादा परेशानी अस्थमा के मरीजों को होती है. आंखों को भी खतरा हो सकता है.
फिलीपींस गणराज्य की समाचार एजेंसी पीएनए के अनुसार सूचना अधिकारी एडना ल्हौ मासिकैम्पो ने बताया कि मंगलवार सुबह आठ बजे तक 146 परिवार के 476 सदस्यों को कैनलान शहर के निकासी केंद्रों में पहुंचाया गया. छह किलोमीटर के स्थायी खतरे वाले क्षेत्र के बरंगे मसुलोग और पुला के लोगों को मैकारियो एस्पनोला मेमोरियल स्कूल और जोस बी. कर्डेनस मेमोरियल हाई स्कूल में रखा गया है.
राष्ट्रीय रक्षा विभाग के सचिव गिल्बर्टो टेओडोरो जूनियर ने मंगलवार को छह किलोमीटर दायरे में रहने वालों से क्षेत्र को तुरंत खाली करने का आग्रह किया है. टेओडोरो ने कहा कि इस क्षेत्र में लगभग 54 हजार लोग रहते हैं.
हिन्दुस्थान समाचार