झारखंड में बीजेपी को बड़ा झटका लगा है. पार्टी के कई दिग्गज नेता आज मंगलवार को बीजेपी का हाथ छोड़ झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) में शामिल होने की घोषणा की हैं. इसमें पूर्वमंत्री लुइस मरांडी, घाटशिला के पूर्व विधायक लक्ष्मण टुडू, बहरागोड़ा के पूर्व विधायक कुणाल षाडंगी, चंपई सोरेन को टक्कर देने वाले सरायकेला के भाजपा नेता गणेश महली शामिल हैं. अब इसका असर आगामी विधानसभा चुनाव में देखने को मिलेगा.
कौन हैं पार्टी छोड़ने वाले नेता?
- पूर्वमंत्री लुइस मरांडी, जिन्होंने दुमका में भाजपा की एंट्री कराई थी, दुमका एक समय में झामुमो का गढ़ हुआ करता था. सीता सोरेन के पार्टी में शामिल होने के बाद से वह निशाने पर थी. सीता सोरेन ने उनपर गंभीर आरोप भी लगाए थे. आगामी विधानसभा चुनाव जामा या दुमका से लड़ेंगी.
- लक्ष्मण टुडू भाजपा में घाटशिला से विधायक रह चुके हैं. वे पूर्व केंद्रीयमंत्री अर्जुन मुंडा के काफी करीबी हैं. घाटशिला से चम्पाई सोरेन के बेटे ने बीजेपी से उम्मीदवार बनाया है. टुडू झामुमो के लिए फायदेमंद हो सकते हैं.
- बहरागोड़ा से पहली बार झामुमो के टिकट पर कुणाल षाडंगी चुनाव जीते थे. लोकसभा चुनाव के दौरान उन्होंने बीजेपी छोड़ दी थी.
- गणेश महली के भाजपा की ओर से उन्होंने लगातार चम्पाई सोरेन को टक्कर दी है.
- बास्को बेसरा लंबे समय से बीजेपी से जुड़े हैं. वे बाबूलाल मरांडी के विश्वस्त नेताओं में से एक है. बास्को बेसरा पार्टी की अनूसूचित जनजाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैंं. सरायकेला विधानसभा क्षेत्र में उनकी अच्छी पकड़ है.
- बारी मुर्मू 25 साल से बीजेपी से जुड़ी हुई थीं. बताया जा रहा है कि मुर्मू पोटका विधानसभा से टिकट नहीं मिलने से वे नाराज चल रही थीं. इस सीट पर उनकी अच्छी पकड़ है.