रांची: झारखंड प्रदेश समाज कल्याण आंगनवाड़ी कर्मचारी संघ के संयोजक जय प्रकाश पाण्डेय ने कहा है कि हेमंत सरकार ने आंगनवाड़ी सेविका- सहायिका को धोखा दिया है.
हेमंत सरकार के 27 सितंबर को हुई कैबिनेट की बैठक में आंगनवाड़ी सेविका-सहायिका के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया गया है.
उन्होंने शनिवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि 23 सितंबर को आंगनवाड़ी सेविका-सहायिका के रैली में गिरिडीह के विधायक सुदिव्य कुमार सोनू ने आंगनवाड़ी सेविका-सहायिका को संबोधित करते हुए कहा था की 27 अक्तूबर के कैबिनेट के बैठक में आप लोगों को खुशखबरी मिल जाएगी. लेकिन कैबिनेट में ऐसा कुछ भी निर्णय नहीं हुआ.
इस पर संगठन में भारी आक्रोश व्याप्त है और आने वाले विधान सभा चुनाव में सबक सिखाने की तैयारी हो रही है साथ ही पांच अक्टूबर से संपूर्ण राज्य के लगभग 80 हजार सेविका-सहायिका अपने आंगनवाड़ी केन्द्रों को बंद करने का निर्णय ले लिया है. जब तक वेतनमान नहीं तब तक आंगनवाड़ी केंद्र नहीं.
सभी आंगनवाड़ी केन्द्रों की सेविका- सहायिकाएं 5 अक्तूबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चली जायेगी. जब तक उनके 8 सूत्री मांगों को सरकार पूरी नही कर देती.
सभी जिलाध्यक्ष अपने जिले में बैठक कर 5 अक्तूबर से बंदी का एलान करे और केंद्रों को नियमित जांच भी करे की कोई भी केंद्र खुला नहीं रहना चाहिए.
इस एलान में समाज कल्याण आंगनवाड़ी कर्मचारी संघ के महामंत्री अशोक नयन,प्रदेश अध्यक्ष देवांति देवी, प्रयाग यादव, सुंदरी तिर्की, रेखा कुमारी, रीना देवी, अनिता विरुआ, माला देवी, लीना सिन्हा, पुष्पा देवी, सीता तिग्गा, के डी सिंह, सुशील कुमार पांडेय और महेश सोरेन के संयुक्त निर्णय से किया गया है.
हिन्दुस्थान समाचार