कोल इंडिया से मान्यता प्राप्त चार यूनियनों के संयुक्त मोर्चा में शामिल सीटू, एचएमएस, एटक तथा इंटक के लोग 16 फरवरी को हड़ताल कर किसान आंदोलन के भारत बंद का समर्थन करते हुए चार श्रम कोड वापस लेने, कोल इंडिया के निजीकरण का रास्ता बंद किए जाने सहित दस सूत्री मांग पूरा करने की मांग करेंगे। वहीं इस आंदोलन को राजनीति से प्रेरित बताते हुए भामसं ने हड़ताल से स्वयं को अलग करते हुए कामगारों से काम पर आने की अपील की है। इधर हड़ताल नहीं किए जाने की अपील करते हुए सीसीएल के सीएमडी ने पत्र जारी किया है।